देश में केंद्र, राज्य के साथ पंचायत तीसरे स्तंभ के रूप में कार्य करती है– हर्षा चंद्राकर

पाटन : राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की शुरुआत 24 अप्रैल 1993 को हुई, जब 73वां संविधान संशोधन अधिनियम लागू हुआ। इस संशोधन के माध्यम से पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा मिला और पूरे देश में त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली को अपनाया गया। इसी तारतम्य में आज ग्राम पंचायत लोहरसी में भी राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व जनपद अध्यक्ष एव पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती हर्षा चंद्राकर, सरपंच राकेश साहू ,पूर्व मंडल अध्यक्ष लोकमनी चंद्राकर के साथ समस्त पंच उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ भीमराव अंबेडकर की तैल चित्र पर माल्यार्पण एव पूजा कर कार्यक्रम की शुरुआत किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती हर्षा चंद्राकर ने कहा कि सबसे पहले आप सभी नवनिर्वाचित सरपंच एव पंचगणो को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई, साथ ही भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ शासन की जड़ें जन-जन तक पहुँचाने के लिए पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया गया है। गाँवों के विकास और ग्रामीण जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज व्यवस्था एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रणाली है। यह व्यवस्था शासन के तीसरे स्तंभ के रूप में कार्य करती है। इसी व्यवस्था की महत्ता और इसके योगदान को सम्मान देने के लिए प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है। हम आशा करते है कि आप सभी अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करेंगे गांव की समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा आगे बढ़कर कार्य करेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से भारती चंद्राकर उपसरपंच, ज्योति यादव, दुर्गेश ठाकुर, किरण ठाकुर, विक्रम चंद्राकर, मेहुल चंद्राकर, गोदावरी निर्मलकर, रामेश्वरी ठाकुर, सुधीर चंद्राकर, कुसुम चंद्राकर, ममता चंद्राकर, रानी कुर्रे, रूपेंद्र साहू, सिमा विश्वकर्मा, व्यासनारायन चौहान, केसरी साहू, प्रीति चंद्राकर, सोहाद्र चंद्राकर, उमेश चंद्राकर, सोमन यदु, संजय चंद्राकर सहित पंचायत सचिव, तोरण ठाकुर रोजगार सहायक ग्रामीण जान उपस्थित रहे।